यूपी में कोरोना संक्रमण दर सिर्फ 3.8 प्रतिशत जबकि महाराष्ट्र में 19 प्रतिशत, बिहार ने दिखाया दम
सुमन कुमार
एक ओर जहां पूरे देश में कोरोना तूफानी रफ्तार से फैल रहा है वहीं कोरोना से जुड़े राज्यवार आंकड़ों के विश्लेषण से कुछ अहम बातें सामने आ रही हैं। पूरे देश में कोरोना का फैलाव एक समान नहीं है ये तो बहुत पहले से ही सबकी जानकारी में है मगर वायरस के फैलाव में एक खास पैटर्न देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र से शुरू किया जाए तो उससे लगते कर्नाटक और उसके बाद दक्षिण के अन्य राज्यों तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में घातक वायरस के फैलने की दर राष्ट्रीय दर से अधिक है, जबकि यूपी और बिहार जैसे घनी आबादी वाले राज्यों में कोरोना के फैलने की दर राष्ट्रीय दर के मुकाबले बेहद कम है।
देश के ऐसे राज्य जहां कोरोना के एक लाख से अधिक कन्फर्म मामले अबतक सामने आ चुके हैं अगर उनके बीच तुलना करें तो महाराष्ट्र एवं दक्षिणी राज्यों के मुकाबले कोरोना की प्रसार दर सिर्फ दिल्ली में ही राष्ट्रीय औसत से अधिक है। एक नजर आंकड़ों पर डालते हैं:
भारत में अबतक करीब चार करोड़ 23 लाख कोरोना टेस्ट हुए हैं जबकि देश में अबतक 36 लाख 19 हजार के करीब कोरोना मरीज सामने आए हैं। टेस्ट और मरीजों का प्रतिशत निकालें तो प्रति 100 टेस्ट पर 8.6 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। अब इसकी तुलना अगर राज्यों से की जाए तो इन 11 राज्यों में से महाराष्ट्र में कोरोना की संक्रमण प्रसार दर सर्वाधिक है। यहां हर 100 टेस्ट में से 19 संक्रमण के मामले मिल रहे हैं। दूसरे नंबर पर तमिलनाडु है जहां ये दर 14.8 प्रतिशत है जबकि कर्नाटक में ये दर 11.8 प्रतिशत और आंध्र प्रदेश में 11.6 प्रतिशत है। इन 11 राज्यों में तेलंगाना भी शामिल है और दक्षिण के राज्यों में सबसे कम 9.3 प्रतिशत की संक्रमण दर यहीं है। पश्चिम और दक्षिण के इन राज्यों के मुकाबले अगर उत्तर भारत की बात करें तो शीर्ष 11 की इस सूची में उत्तर और पूर्व के 6 राज्य शामिल हैं। इनमें सबसे अधिक 11 प्रतिशत की प्रसार दर देश की राजधानी दिल्ली में है। दूसरे नंबर पर बंगाल है जहां देश के औसत के बराबर 8.6 प्रतिशत की संक्रमण प्रसार दर है। 5.8 प्रतिशत के साथ तीसरे नंबर पर ओडिशा है जबकि असम में 4.8, बिहार में 4.4 और यूपी में 3.8 प्रतिशत की प्रसार दर है।
खास बात ये है कि इन 11 राज्यों में सबसे अधिक 59 लाख 90 हजार 354 टेस्ट उत्तर प्रदेश ने किए हैं इसके बावजूद वहां संक्रमण की दर इन सभी राज्यों में सबसे कम है। यही नहीं यूपी कुल मरीजों के मामले में भी महाराष्ट्र, आंध्र, तमिलनाडु और कर्नाटक के बाद पांचवे नंबर पर है। कुल टेस्ट के मामले में तमिलनाडु दूसरे नंबर पर है मगर उसने भी यूपी के मुकाबले करीब 12 लाख टेस्ट कम किए हैं। महाराष्ट्र ने तो यूपी के मुकाबले करीब 19 लाख टेस्ट कम किया है मगर वहां यूपी के मुकाबले कोरोना के 5 लाख 60 हजार ज्यादा मामले हैं।
टेस्ट के मामले में लंबे समय तक पूरे देश की आलोचना झेलने वाले बिहार ने सिर्फ एक महीने में कमाल कर दिखाया है। एक अगस्त को राज्य में जहां सिर्फ 5 लाख 25 हजार टेस्ट हुए थे वहीं अगस्त के 30 दिनों में राज्य ने कुल 30 लाख 97 हजार टेस्ट कर डाले हैं। अब स्थिति ये है कि राज्य में रोज एक लाख से अधिक टेस्ट हो रहे हैं उसे 2 से 3 प्रतिशत ही कन्फर्म कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं। टेस्ट के मामले में पश्चिम बंगाल अब भी बहुत पीछे है। बिहार के मुकाबले ज्यादा रोगी सामने आने के बावजूद वहां बिहार से करीब 12 लाख टेस्ट कम हुए हैं। टेस्ट के मामले में बंगाल से अच्छी स्थिति में असम है जहां 22 लाख 17 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट हो चुके हैं। देश के शीर्ष 11 कोरोना प्रभावित राज्यों के टेस्ट और मरीजों की तालिका पाठक नीचे देख सकते हैं।
राज्य |
डेली टेस्ट (30 अगस्त) |
नए मरीज |
कुल टेस्ट |
कुल मरीज |
महाराष्ट्र |
75445 |
16408 |
4092620 |
780689 |
आंध्र प्रदेश |
63077 |
10603 |
3666422 |
424767 |
तमिलनाडु |
83250 |
6495 |
4738047 |
422085 |
कर्नाटक |
66957 |
8852 |
2852675 |
335928 |
यूपी |
139650 |
6175 |
5990354 |
225632 |
दिल्ली |
20437 |
2024 |
1569096 |
173390 |
बंगाल |
43436 |
3019 |
1845396 |
159785 |
बिहार |
107730 |
2078 |
3097037 |
135013 |
तेलंगाना |
61148 |
2924 |
1327791 |
123090 |
असम |
34102 |
1980 |
2217879 |
105775 |
ओडिशा |
60646 |
3014 |
1731556 |
100934 |
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